नित्यानंद के 20 दिवसीय सत्संग कार्यक्रम का शहर में विरोध
Varanasi:
यौन शोषण के आरोपी तथाकथित महामंडलेश्वर नित्यानंद का 20 दिवसीय प्रवचन कार्यक्रम गुरुवार से शहर के होटल में शुरू हो रहा है जिसके विरोध में शहर के कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आम लोगों के साथ मिलकर सामाजिक संस्था ‘सांझा संस्कृति मंच’ के तत्वाधान में वाराणसी के वरुणा पुल स्थित शास्त्री घाट पर एक सभा की।
सभा में सांझा संस्कृति मंच के संयोजक वल्लभाचार्य पाण्डेय ने कहा, 'ऐसे कुंठित और कुख्यात लोगों द्वारा संतों की गरिमा और प्रतिष्ठा धूमिल की जा रही है। काशी में यह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इस व्यक्ति पर महिलाओं का यौन शोषण करने के आरोप लगे हुए हैं और इसे अन्य मामलों में भी लिप्त पाया गया है। ऐसे समाज विरोधी तत्वों द्वारा धार्मिक और सांकृतिक नगरी काशी में प्रवचन कार्यक्रम किया जाना यहां की गरिमा के विरूद्ध है।'
इस अवसर पर समाज सेवी डॉ. आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा, 'सांस्कृतिक और धार्मिक नगरी काशी में इतने लंबे समय के लिए कार्यक्रम का आयोजन कथित सन्यासी द्वारा अपने कुकर्मों पर पर्दा डालने और काशी से मान्यता लेने का एक कुत्सित प्रयास है जिसका काशी में विरोध आवश्यक है। धन के बल पर आयोजित किए जाने वाले इस तरह के कार्यक्रमों से संत समाज और विभिन्न धर्माचार्यों की भी गरिमा प्रभावित होती है। इस कार्यक्रम का काशी की जनता पुरज़ोर विरोध करेगी, अगर प्रशासन से सहयोग नहीं मिलता, तो हमें सीधी कार्यवाही के लिए बाध्य होना पड़ेगा।'
सभा के बाद उपस्थित लोगों ने एक सांकेतिक विरोध मार्च भी निकाला जो शास्त्री घाट से जिला मुख्यालय तक पहुंचा। इसके बाद जिलाधिकारी को संबोधित एक ज्ञापन अपर नगर मजिस्ट्रेट (द्वितीय) को सौंपा गया जिसके माध्यम से प्रशासन से मांग की गई कि काशी की सांस्कृतिक और धार्मिक गरिमा के विपरीत आयोजित हो रहे उक्त कार्यक्रम पर तत्काल रोक लगे। साथ ही शहर भर में लगाए गए पोस्टर, बैनर, फ्लेक्स पूरी तरह से हटाए जाएं।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ. आनंद प्रकाश तिवारी, राम जनम भाई, दिलीप कुमार दिली, गिरसंत यादव, किरण गुप्ता, प्रदीप सिंह, राजेश श्रीवास्तव, विवेकानंद, कमलेश यादव, आकांक्षा सिंह, गीता, निर्मला, विकास, ऊषा देवी, किमी वर्मा, उर्मिला दुबे, कमलेश चौहान, धीरज मौर्या, राजकुमार पटेल आदि शामिल रहे।
Source: DNA Varanasi
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